छत्तीसगढ़ को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क कनेक्टिविटी के लिए केंद्र से 195 करोड़ रुपये की मंजूरी
08 Aug, 2025
केंद्र सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीण संपर्क और बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए छत्तीसगढ़ सरकार को 2025–26 के लिए 195 करोड़ रुपये
राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान पर राष्ट्रीय परामर्श कार्यशाला का आयोजन किया गया
08 Aug, 2025
पंचायती राज मंत्रालय (MoPR) द्वारा आज डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में पुनर्गठित राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (RGSA) पर एक दिवसीय राष्ट्रीय परामर्श कार्यशाला का आयोजन किया गया।
पीएम किसान संपदा योजना (PMKSY) के तहत 1,100 से अधिक परियोजनाएं पूरी, 34 लाख से अधिक किसान हुए लाभान्वित
08 Aug, 2025
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (MoFPI) द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (PMKSY) के अंतर्गत देशभर में 1,133 परियोजनाएं सफलतापूर्वक पूरी की जा चुकी हैं,
खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए अनुसंधान एवं विकास (R&D) को मिल रहा नया बल
08 Aug, 2025
खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (MoFPI) द्वारा प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (PMKSY) के तहत अनुसंधान एवं विकास (R&D) योजना प्रभावी
महतारी वंदन योजना की 18वीं किस्त जारी: 69 लाख महिलाओं को मिला 647 करोड़ रुपए का लाभ
08 Aug, 2025
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित महतारी वंदन योजना के तहत 1 अगस्त 2025 को 18वीं किस्त जारी की गई है।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान बोले – "स्वामीनाथन जी के रास्ते पर चलकर देश को भूख और अभाव से मुक्त करेंगे
08 Aug, 2025
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के पूसा परिसर में आयोजित भारत रत्न डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन शताब्दी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया एम.एस. स्वामीनाथन शताब्दी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन
08 Aug, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित आईसीएआर पूसा परिसर में आयोजित एम.एस. स्वामीनाथन शताब्दी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन और संबोधन किया।
डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन: भारत के हरित क्रांति के जनक की सम्पूर्ण जीवनगाथा
07 Aug, 2025
जब भारत आज़ादी के बाद भूखमरी और खाद्यान्न संकट के दौर से गुजर रहा था, तब एक वैज्ञानिक ने अपने ज्ञान, समर्पण और दृष्टिकोण से देश को कृषि आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर किया।