कृषि नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एग्री-टेक उद्यमियों ने किया का पीएयू दौरा
24 May, 2025
पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (पीएयू) के स्कूल ऑफ बिजनेस स्टडीज़ (एसबीएस) और निधि-टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर (टीबीआई), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (भारत सरकार) द्वारा संचालित पहल|
डॉ. प्रदीप छुनेजा को एपिकल्चर में लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया
24 May, 2025
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) के पूर्व प्रोफेसर और स्नातकोत्तर अध्ययन के डीन (सेवानिवृत्त) डॉ. प्रदीप कुमार छुनेजा को "एपिकल्चर (मधुमक्खी पालन) में लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड" से सम्मानित किया गया है।
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के छात्र ने पास की UPSC परीक्षा, 129वीं रैंक प्राप्त की
24 May, 2025
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU), लुधियाना के एक होनहार छात्र ने विश्वविद्यालय और प्रदेश का नाम रोशन किया है।
पूसा ने जारी की एडवाइजरी, इस हफ्ते ग्वार, मक्का और बाजरा की बुवाई करें किसान
23 May, 2025
मौसम विभाग के अनुसार, इस सप्ताह देश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जो बुवाई के लिए अनुकूल स्थितियां प्रदान कर सकती है। किसानों को सलाह दी गई है .
ट्रॉपिकल एग्रो कृषि-इनपुट्स ने पेटेंटेड 'टैग प्रॉक्सी' खरपतवारनाशक को किया लॉन्च
23 May, 2025
ट्रॉपिकल एप्रोसिस्टम (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, जो फसल सुरक्षा और पौध पोषण उद्योग में एक अग्रणी कंपनी है, ने अपने क्रांतिकारी पेटेंटेड उत्पाद टैग प्रॉक्सी के देशव्यापी लॉन्च की घोषणा की है।
वो 10 सब्जियां जो भारत में की जाती है आयात, जानें कैसे भारत में इन सब्जियों की बढ़ी डिमांड
23 May, 2025
भारत में कई सब्जियाँ विदेशों से आयात की जाती हैं, खासकर जब घरेलू उत्पादन मांग को पूरा नहीं कर पाता या फिर कुछ विशेष प्रकार की सब्जियाँ जो भारत में कम उगाई जाती हैं।
क्या है Sustainable Agriculture, कैसे मजबूत हुई पहचान, और क्या है भविष्य और चुनौतियां
23 May, 2025
जलवायु परिवर्तन, मिट्टी की गिरावट और बढ़ती आबादी के बीच सस्टेनेबल एग्रीकल्चर (Sustainable Agriculture) आज दुनियाभर में कृषि क्षेत्र की प्राथमिकता बन गया है।
कैसे करें सफेद गेंदे की खेती, जानें क्या है बुवाई से लेकर सिंचाई का बेहतरीन तरीका, आय में होगी बढ़ोतरी
23 May, 2025
सफेद गेंदे की खेती के लिए सितंबर से नवंबर का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है। यह फूल ठंडे मौसम में अच्छी तरह विकसित होता है। गर्मी के मौसम में इसकी खेती करने से पौधों को नुकसान हो सकता है।