आज के समय में, जैसे-जैसे लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ रही है और पर्यावरण को लेकर चिंता गहराती जा रही है, वैसे-वैसे लोग ऐसे खाद्य पदार्थों की ओर रुख कर रहे हैं जो कम रसायनों से उगाए जाते हैं और प्रकृति को कम नुकसान पहुंचाते हैं। इसी कारण Organic vs Natural Farming (ऑर्गेनिक बनाम नेचुरल खेती) में लोगों की रुचि तेजी से बढ़ रही है।
हालांकि ये दोनों तरीके अक्सर एक जैसे माने जाते हैं, लेकिन इनकी सोच, तकनीक और प्रभाव में बड़ा फर्क है। तो आइए जानते हैं कि natural और organic farming में क्या अंतर है (difference between natural & organic farming)|
ऑर्गेनिक खेती एक प्रमाणित और वैज्ञानिक तरीका है जिसमें सिंथेटिक रसायनों, कीटनाशकों, और जीएमओ का पूरी तरह से त्याग किया जाता है। यह विधि US के USDA, यूरोपीय संघ के EU Organic या भारत के NPOP जैसे सरकारी निकायों के नियमों का पालन करती है।
इसमें प्राकृतिक विकल्पों जैसे कि कंपोस्ट, हरी खाद, बायोपेस्टिसाइड्स और फसल चक्रण का प्रयोग किया जाता है। पशुओं को भी जैविक चारा खिलाया जाता है और मानवीय ढंग से पाला जाता है।
नेचुरल खेती, जिसे "कुछ न करो खेती" भी कहा जाता है, एक ऐसी पद्धति है जो मानती है कि प्रकृति खुद ही सबसे अच्छा करती है। जापानी किसान मसानोबू फुकुओका ने इसकी शुरुआत की थी।
हालांकि दोनों पद्धतियां रासायनिक उपयोग से बचती हैं, लेकिन natural farming और organic farming के बीच का मुख्य अंतर इनकी सोच और हस्तक्षेप के स्तर में है।
विशेषता |
ऑर्गेनिक खेती |
नेचुरल खेती |
उपयोग होने वाले इनपुट्स |
जैविक खाद, बायो-पेस्टीसाइड्स आदि |
कोई बाहरी इनपुट नहीं |
मिट्टी प्रबंधन |
कंपोस्ट, फसल चक्रण |
प्राकृतिक उपजाऊपन पर निर्भर |
कीट और खरपतवार नियंत्रण |
जैविक कीटनाशक, हाथ से निराई |
मल्चिंग और प्राकृतिक नियंत्रण |
प्रमाणन |
सरकारी प्रमाणन जरूरी |
कोई प्रमाणन आवश्यक नहीं |
तकनीक और औजार |
मशीनरी का सीमित उपयोग |
बिल्कुल न्यूनतम हस्तक्षेप |
ऑर्गेनिक खेती वैश्विक बाजारों में ज्यादा प्रचलित है जबकि नेचुरल खेती ग्रामीण किसानों और प्रकृति-प्रेमियों के बीच लोकप्रिय हो रही है।
यह इस पर निर्भर करता है कि आप किस उद्देश्य से खेती कर रहे हैं। यदि आप एक वाणिज्यिक बाजार के लिए उत्पादन कर रहे हैं तो ऑर्गेनिक खेती एक बेहतर विकल्प हो सकती है। वहीं, यदि आप कम लागत और प्रकृति के अनुरूप खेती करना चाहते हैं, तो नेचुरल खेती ज्यादा फायदेमंद है।
ग्राहकों के लिए दोनों ही विकल्प स्वास्थ्यवर्धक और पर्यावरण के लिए सुरक्षित हैं।
Organic vs Natural Farming की बहस सिर्फ श्रेष्ठता की नहीं है, बल्कि समझ की है। ऑर्गेनिक खेती एक संरचित और नियमन आधारित तरीका है जबकि नेचुरल खेती प्रकृति के साथ चलने की एक विचारधारा है। दोनों में से किसी एक को चुनना आपके संसाधनों, जरूरतों और दृष्टिकोण पर निर्भर करता है।