×

अंतरिक्ष में शुभांशु शुक्ला के प्रयोग ‘विश्वबंधु भारत’ की भावना के प्रतीक: डॉ. जितेन्द्र सिंह

19 Aug, 2025 12:43 PM

भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर गए अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला द्वारा किए गए अंतरिक्ष प्रयोगों को ‘विश्वबंधु भारत’ की भावना का प्रतीक

FasalKranti
Emran Khan, समाचार, [19 Aug, 2025 12:43 PM]
9

भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर गए अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला द्वारा किए गए अंतरिक्ष प्रयोगों को विश्वबंधु भारत’ की भावना का प्रतीक बताते हुए केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि ये प्रयोग न केवल भारत के लिए, बल्कि सम्पूर्ण मानवता के कल्याण के लिए हैं।

लोकसभा में “विकसित भारत 2047 के लिए अंतरिक्ष कार्यक्रम की महत्वपूर्ण भूमिका” विषय पर विशेष चर्चा की शुरुआत करते हुए मंत्री ने कहा कि यह मिशन भारत की सस्ती, सशक्त और स्वदेशी अंतरिक्ष तकनीक, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और स्टार्टअप नवाचार की शक्ति का सशक्त प्रमाण है।

ऐतिहासिक उपलब्धियाँ और वैज्ञानिक योगदान:

  • शुभांशु शुक्ला द्वारा किए गए प्रयोगों में जीवविज्ञान, कृषि, बायोटेक्नोलॉजी, और संज्ञानात्मक अनुसंधान शामिल हैं।
  • ये सभी प्रयोग भारत में बने स्वदेशी किट्स से किए गए, जो आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
  • इन प्रयोगों से प्राप्त ज्ञान का उपयोग स्वास्थ्य, कृषि, आपदा प्रबंधन, और शहरी योजना जैसे क्षेत्रों में किया जाएगा।

तेजी से बढ़ती अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था:

  • डॉ. जितेन्द्र सिंह ने बताया कि आज भारत की $8 बिलियन डॉलर की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में 300 से अधिक स्टार्टअप सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
  • अंतरिक्ष क्षेत्र में किये गए सुधारों ने निजी भागीदारी को बढ़ावा दिया है, जिससे नवाचार और प्रतिस्पर्धा को बल मिला है।

आने वाले प्रमुख अंतरिक्ष लक्ष्य:

  • 2026: व्योममित्रा ह्यूमनॉइड मिशन
  • 2027: गगनयान के तहत पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री की उड़ान
  • 2035: भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन की स्थापना
  • 2040: भारतीय अंतरिक्ष यात्री का चंद्रमा पर उतरना

डॉ. सिंह ने कहा, "2047 से पहले चंद्रमा की सतह से एक युवा भारतीय यह घोषणा करेगा कि ‘विकसित भारत’ का सपना अब साकार हो चुका है।"

भारत का वैश्विक दृष्टिकोण:

उन्होंने यह भी कहा कि यह मिशन केवल एक व्यक्ति की सफलता नहीं है, बल्कि यह भारत की वैश्विक भूमिका और हर उस बच्चे के सपनों का प्रतिनिधित्व करता है जो सितारों तक पहुंचना चाहता है।




Tags : Latest News | Agriculture | Himachal | Farming

Related News

Intra Haryana E-Salary Slip 2025 सैलरी देखने का सबसे आसान तरीका

बिहार के मखाना किसानों को बड़ी सौगात, दो वर्षों में 17 करोड़ रुपये की मखाना योजना को मंजूरी

हरियाणा सरकार का गरीबों के हित में बड़ा फैसला: आवासीय जमीन पर नहीं लगेगा स्टांप शुल्क

IFFCO-MC क्रॉप साइंस के 10 साल पूरे, 11वें स्थापना दिवस के अवसर पर भव्य समारोह आयोजित

बाबूगढ़ हापुड़ केवीके द्वारा किसानों के लिए आयोजित किया गया, बासमती चावल को लेकर जागरुकता अभियान

ITOTY Awards 2025: फार्मट्रैक 47 प्रोमैक्स को मिला इंडियन ट्रैक्टर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड

भाजपा विधायक अजय सिंह ने खाद संकट पर मांगी माफी, कहा- "विभागीय मिसमैनेजमेंट था जिम्मेदार

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार, बाढ़ की आशंका

राजौरी: SKUAST कृषि संकाय परिसर बाढ़ में डूबा, करोड़ों की संपत्ति व शोध डेटा की क्षति की आशंका

खुले बाजार में तेज बिक्री के बावजूद चावल के स्टॉक में उछाल

ताज़ा ख़बरें

1

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार, बाढ़ की आशंका

2

राजौरी: SKUAST कृषि संकाय परिसर बाढ़ में डूबा, करोड़ों की संपत्ति व शोध डेटा की क्षति की आशंका

3

‘जवान’ के गीत चलैया के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतकर सुर्खियों में हैं शिल्पा राव

4

खुले बाजार में तेज बिक्री के बावजूद चावल के स्टॉक में उछाल

5

कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए गेहूं की स्टॉक सीमा में ढील दी गई

6

सस्ते आयात के बीच दालों की कीमतें एमएसपी से नीचे

7

पीएम स्वनिधि 2.0 को कैबिनेट की मंजूरी मिली

8

आखिर क्यों किसानों को नहीं मिल पा रहा पर्याप्त उर्वरक?

9

अमेरिकी टैरिफ से बासमती चावल का निर्यात धीमा

10

भारत में गेहूं उत्पादन में गिरावट संभव: कृषि मंत्री


ताज़ा ख़बरें

1

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार, बाढ़ की आशंका

2

राजौरी: SKUAST कृषि संकाय परिसर बाढ़ में डूबा, करोड़ों की संपत्ति व शोध डेटा की क्षति की आशंका

3

‘जवान’ के गीत चलैया के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतकर सुर्खियों में हैं शिल्पा राव

4

खुले बाजार में तेज बिक्री के बावजूद चावल के स्टॉक में उछाल

5

कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए गेहूं की स्टॉक सीमा में ढील दी गई

6

सस्ते आयात के बीच दालों की कीमतें एमएसपी से नीचे

7

पीएम स्वनिधि 2.0 को कैबिनेट की मंजूरी मिली

8

आखिर क्यों किसानों को नहीं मिल पा रहा पर्याप्त उर्वरक?

9

अमेरिकी टैरिफ से बासमती चावल का निर्यात धीमा

10

भारत में गेहूं उत्पादन में गिरावट संभव: कृषि मंत्री