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फ़सल क्रांति की पत्रकार फिज़ा काज़मी को एग्री जर्नलिज़्म अवॉर्ड के लिए नामांकन, ग्रामीण भारत की आवाज़ को मिला राष्ट्रीय मंच

25 Jun, 2025 03:13 PM

भारत की अग्रणी कृषि मीडिया संस्था फ़सल क्रांति की साहसी पत्रकार और एंकर फिज़ा काज़मी को सॉल्युबल फर्टिलाइज़र इंडस्ट्री एसोसिएशन (SFIA) द्वारा आयोजित एग्री जर्नलिज़्म अवॉर्ड ........

FasalKranti
Emran Khan, समाचार, [25 Jun, 2025 03:13 PM]
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भारत की अग्रणी कृषि मीडिया संस्था फ़सल क्रांति की साहसी पत्रकार और एंकर फिज़ा काज़मी को सॉल्युबल फर्टिलाइज़र इंडस्ट्री एसोसिएशन (SFIA) द्वारा आयोजित एग्री जर्नलिज़्म अवॉर्ड – ब्रॉडकास्ट कैटेगरी में नामित किया गया है। यह सम्मान उन पत्रकारों को दिया जाता है जिन्होंने कृषि और किसानों से जुड़े मुद्दों को प्रभावी ढंग से उजागर कर समाज में बदलाव की दिशा में योगदान दिया है।

 

 क्यों खास है यह पुरस्कार?

SFIA द्वारा दिया जाने वाला यह सम्मान कृषि पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्टता की पहचान है। यह उन पत्रकारों को सराहता है जो किसानों की ज़मीन से जुड़ी समस्याओं को न केवल उजागर करते हैं, बल्कि समाधान की दिशा में संवाद भी स्थापित करते हैं। इस पुरस्कार का उद्देश्य कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाना, किसानों तक नई तकनीकों की जानकारी पहुंचाना और नीतियों को जनमानस तक सरल भाषा में प्रस्तुत करना है ठीक वही काम फिज़ा काज़मी कृषि पत्रकारिता के क्षेत्र में कई वर्षों से करती आ रही हैं।

 

 कौन हैं फिज़ा काज़मी?

फिज़ा काज़मी, फ़सल क्रांति की वरिष्ठ पत्रकार और ग्राउंड रिपोर्टर हैं, जिन्होंने कृषि, ग्रामीण विकास और किसान कल्याण से जुड़े कई अहम मुद्दों को राष्ट्रीय मीडिया के सामने लाकर अपनी एक नई पहचान बनाई है। फिजा काज़मी पिछले 4 वर्षों से कृषि क्षेत्र में पत्रकारिता कर रही है और किसानों व इससे जुड़े मुद्दों को जनमानस के सामने लाने का काम कर रही है।वह पिछले 4 वर्षों से अग्रणी कृषि मीडिया संस्थान फसल क्रांति के साथ जुडी हुई है. इससे पूर्व फिजा काज़मी कई मीडिया संस्थानों में में कार्य कर चुकी है।

 

उनकी रिपोर्टिंग का फोकस है:

  • जमीनी सच्चाइयों को सामने लाना  जैसे कि सिंचाई संकट, जैविक खेती की चुनौतियां, और फसल बीमा योजनाओं की असल स्थिति।
  • वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं और किसानों के बीच सेतु बनना
  • सरल भाषा में तकनीकी जानकारी देना, जिससे छोटे और सीमांत किसान भी उसे समझ सकें और अपनाएं।

 

उनकी कुछ प्रमुख रिपोर्ट्स में शामिल हैं:

  • "मिट्टी की सेहत और उसके परीक्षण की ज़रूरत" पर विशेष सीरीज़
  • "मौसम परिवर्तन और खेती पर उसका प्रभाव"
  • "कृषि उत्पादों के दाम और मंडी सुधार पर रिपोर्ट"
  • "फसल विविधीकरण और महिलाओं की भागीदारी" पर विशेष रिपोर्टिंग

 

 नामांकन का महत्व

फिज़ा काज़मी का यह नामांकन न केवल उनके पत्रकारिता कौशल का सम्मान है, बल्कि यह ग्रामीण भारत की आवाज़ को राष्ट्रीय पहचान देने वाला कदम है। यह पुरस्कार उन सभी किसानों के लिए भी है जिनकी कहानियाँ फिज़ा ने निष्पक्षता और संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत की हैं।

 

 फ़सल क्रांति की प्रतिक्रिया

फ़सल क्रांति की टीम ने इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा:

"फिज़ा काज़मी की बुलंद आवाज़ और ज़मीन से जुड़ी रिपोर्टिंग ने कृषि पत्रकारिता को एक नई दिशा दी है। उनका नामांकन हम सभी के लिए प्रेरणा है।"

 

SFIA द्वारा आयोजित यह पुरस्कार समारोह जल्द ही आयोजित होगा, जहां देशभर से चुने गए पत्रकारों को सम्मानित किया जाएगा। उम्मीद है कि फिज़ा काज़मी इस पुरस्कार को जीतकर कृषि पत्रकारिता के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित करेंगी।

 

 




Tags : Agriculture News | Farming News | Natural Farming

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