केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज एक दिवसीय दौरे पर आंध्र प्रदेश के सत्य साई ज़िले पहुंचे, जहां उन्होंने विभिन्न कृषि कार्यक्रमों में भाग लिया और स्थानीय किसानों से सीधा संवाद किया। अपने दौरे के दौरान मंत्री शिवराज सिंह ने एक खेत का दौरा कर प्राकृतिक खेती के अद्भुत उदाहरण को स्वयं देखा और सराहा।
केंद्रीय मंत्री किसान आंजनेय नायक के खेत में पहुँचे, जहाँ उन्होंने खेत में उतरकर फसलों का निरीक्षण किया और प्राकृतिक खेती की विधियों को करीब से समझा। उन्होंने किसानों से चर्चा करते हुए खेती की बारीकियों, उत्पादन लागत, सिंचाई की चुनौतियों और प्राकृतिक तकनीकों से जुड़ी जानकारी प्राप्त की।
शिवराज सिंह चौहान ने किसान आंजनेय नायक के कार्यों की सराहना करते हुए कहा,
"जहाँ न तो सिंचाई की सुविधा है और न ही उपजाऊ ज़मीन, वहाँ भी आंजनेय जी ने प्राकृतिक खेती से सोना उगाने का कार्य किया है। उन्होंने सिद्ध कर दिया है कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण और लगन से खेती को कहीं भी सफल बनाया जा सकता है।"
उन्होंने आगे कहा कि प्राकृतिक खेती न केवल भूमि की उर्वरता बनाए रखने में सहायक है, बल्कि यह किसानों को रासायनिक लागत से मुक्ति दिलाकर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का भी सशक्त माध्यम है।कृषि मंत्री ने इस अवसर पर किसानों से आग्रह किया कि वे प्राकृतिक खेती की ओर कदम बढ़ाएं, जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ आय में भी वृद्धि संभव हो सके। उन्होंने मंत्रालय की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया और बताया कि सरकार किसानों के लिए प्रशिक्षण, तकनीकी मार्गदर्शन और विपणन व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर लगातार कार्य कर रही है।
शिवराज सिंह चौहान का यह दौरा न केवल प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने वाला रहा, बल्कि यह देशभर के किसानों को यह संदेश भी देता है कि कड़ी मेहनत, नवाचार और वैज्ञानिक सोच के सहारे हर भूमि उपजाऊ बन सकती है।