देशभर में 15 अगस्त को मनाए जाने वाले स्वतंत्रता दिवस के उत्सव की तैयारियों के बीच भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। मधुबनी जिले के हरलाखी क्षेत्र सहित पूरे सीमावर्ती इलाके में एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) ने घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए कड़े उपाय किए हैं। चेकपोस्ट पर सघन तलाशी, नाइट विजन कैमरों से निगरानी और मोटरसाइकिल रैली जैसे अभियानों के जरिए सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।
सघन तलाशी और जांच अभियान: जटही-पिपरौन बॉर्डर समेत सभी प्रमुख चेकपोस्ट पर एसएसबी जवानों ने वाहनों, यात्रियों और सामान की गहन जांच शुरू की है। मेटल डिटेक्टर, ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की मदद से संदिग्ध वस्तुओं की खोज की जा रही है। पहचान पत्र के बिना किसी को भी सीमा पार करने की अनुमति नहीं दी जा रही।
तकनीकी निगरानी: चौकियों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जबकि रात में नाइट विजन कैमरों से गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। एसएसबी की 48वीं वाहिनी के कमांडर एसी पारस राठी ने बताया कि राष्ट्रविरोधी तत्वों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
जागरूकता अभियान: सीमा के आसपास के गांवों में रहने वाले नागरिकों को संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। एसएसबी ने ग्रामीणों के साथ बैठकें कर उन्हें सतर्क रहने को कहा है।
विशेष गश्त और रैली: स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में मोटरसाइकिल रैली निकाली गई, जिसमें सुरक्षा बलों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। साथ ही, जवान 24 घंटे पैदल और वाहनों से गश्त कर रहे हैं।
खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के अनुसार, 30-37 पाकिस्तानी और बांग्लादेशी नागरिकों के नेपाल के रास्ते भारत में घुसपैठ की आशंका जताई गई है। इसके चलते उत्तर प्रदेश के बहराइच, महराजगंज और बिहार के मधुबनी जिले में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ स्वतंत्रता दिवस के समारोह भी धूमधाम से आयोजित किए जाएंगे। हरलाखी प्रखंड में सुबह 8:45 बजे प्रशासनिक कार्यालयों में ध्वजारोहण होगा, जिसके बाद स्कूलों और सार्वजनिक संस्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी की कड़ी निगरानी और जनता की सहभागिता से स्वतंत्रता दिवस शांतिपूर्वक मनाने का लक्ष्य रखा गया है। अधिकारियों का कहना है कि देश की सुरक्षा और एकता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।