चर्चा के विषयों में भू-रणनीतिक वातावरण, उभरती प्रौद्योगिकियों, सामूहिक रक्षा, जलवायु परिवर्तन और सुरक्षा को बदलने में नाटो की भूमिका शामिल है। नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) के शासनाध्यक्षों की 31वीं औपचारिक बैठक 14 जून, 2021 को ब्रुसेल्स, बेल्जियम में आयोजित की गई।
नाटो उत्तरी अटलांटिक संधि को लागू करता है जिस पर 1949 में हस्ताक्षर किए गए थे। इसमें सामूहिक रक्षा की एक प्रणाली शामिल है जहां स्वतंत्र सदस्य देश बाहरी पक्ष द्वारा किसी भी हमले के मामले में आपसी रक्षा के लिए सहमत होते हैं। नाटो का मुख्यालय बेल्जियम के ब्रुसेल्स में स्थित है। इसके अलावा इसको उत्तरी अटलांटिक गठबंधन भी कहा जाता है, 30 यूरोपीय और उत्तरी अमेरिकी देशों का एक अंतर-सरकारी सैन्य गठबंधन है। मूल रूप से नाटो में 12 सदस्य थे जो अब बढ़कर 30 हो गए हैं।
सबसे हालिया सदस्य राज्य उत्तर मैसेडोनिया है जिसे 27 मार्च, 2020 को संगठन में जोड़ा गया था। इच्छुक सदस्यों में शामिल हैं- बोस्निया और हर्जेगोविना, जॉर्जिया और यूक्रेन। नॉर्थ ऍटलाण्टिक ट्रीटी ऑर्गनाइज़ेशन, नाटो) एक सैन्य गठबन्धन है, जिसकी स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुई। इसका मुख्यालय ब्रुसेल्स (बेल्जियम) में है। संगठन ने सामूहिक सुरक्षा की व्यवस्था बनाई है, जिसके तहत सदस्य राज्य बाहरी हमले की स्थिति में सहयोग करने के लिए सहमत होंगे। इस संगठन के शुरुआत के कुछ वर्षों में यह संगठन एक राजनीतिक संगठन से अधिक नहीं था। लेकिन कोरियाई युद्ध ने सदस्य देशों को प्रेरक का काम किया और दो अमरीकी सर्वोच्च कमाण्डरों के दिशानिर्देशन में एक एकीकृत सैन्य संरचना निर्मित की गई।
लॉर्ड इश्मे पहले नाटो महासचिव बने, जिनकी संगठन के उद्देश्य पर की गई टिप्पणी, "रुसियों को बाहर रखने, अमरीकियों को अंदर और जर्मनों को नीचे रखने" (के लिए गई है।) खासी चर्चित रही। यूरोपीय और अमरीका के बीच रिश्तों की तरह ही संगठन की ताकत घटती-बढ़ती रही। इन्हीं परिस्थितियों में फ्रांस स्वतंत्र परमाणु निवारक बनाते हुए नाटो की सैनिक संरचना से 1966 से अलग हो गया। मैसिडोनिया 6 फरवरी 2019 को नाटो का 30 वाँ सदस्य देश बना।