बिहार की सियासत में गरमाहट तेज हो गई है। विधानसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मोतिहारी पहुंचने वाले हैं। इस दौरे को लेकर जहां NDA की ओर से जोरशोर से तैयारियां चल रही हैं, वहीं विपक्ष हमलावर हो गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी के बिहार आगमन से ठीक पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक तीखा पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने 11 बिंदुओं के जरिए प्रधानमंत्री पर करारा हमला बोला।
तेजस्वी ने तंज कसते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री का बिहार दौरा एक "राजनीतिक नाटक" से ज़्यादा कुछ नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि जो वादे 11 साल पहले किए गए थे, वो आज तक अधूरे हैं और हर बार की तरह इस बार भी "जुमलों की बारिश" होगी।
मटन पार्टी का ताना: तेजस्वी ने कहा कि पीएम मोदी उन नेताओं को मंच पर सम्मानित करेंगे जो सावन में मटन पार्टी करते हैं।
चीनी मिल का मुद्दा: उन्होंने याद दिलाया कि 132 महीने पहले मोतिहारी की बंद चीनी मिल को चालू कराने का वादा आज तक अधूरा है।
अपराध और जंगलराज: बिहार में बढ़ते अपराधों के लिए केंद्र सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाया।
बिहार पुलिस पर निशाना: किसानों पर कार्रवाई को लेकर पुलिस को अपराधियों से जोड़ दिया।
जुमलेबाज़ी: तेजस्वी ने कहा कि पीएम की स्पीच में इतनी जुमलेबाजी होगी कि इंद्र देवता भी शरमा जाएं।
बिहार को 'नंबर-1' बताने का ड्रामा: उन्होंने कहा कि केवल जुबानी वादों से बिहार को नंबर-1 नहीं बनाया जा सकता।
CM फेस पर चुप्पी: तेजस्वी ने पूछा कि क्या मोदी बता पाएंगे कि चुनाव के बाद भी नीतीश कुमार ही NDA के मुख्यमंत्री होंगे?
स्कूल बंद कराने का आरोप: रैली के लिए स्कूल बंद कराने को उन्होंने 'Entire Political Science' की क्लास करार दिया।
रैली खर्च पर सवाल: गरीब राज्य बिहार में 100 करोड़ रुपये खर्च पर उठाया सवाल।
टेलीप्रॉम्प्टर तंज: कहा कि स्क्रिप्टेड भाषण से लोगों की उम्मीदें पूरी नहीं होंगी।
ध्रुवीकरण का आरोप: तेजस्वी ने कहा कि भाषण में बार-बार 'जंगलराज', 'मुसलमान', 'लालू', 'आरजेडी' जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश होगी।
तेजस्वी यादव के इस तीखे पोस्ट के बाद बिहार की राजनीति और गर्मा गई है। एनडीए समर्थकों की ओर से भी पलटवार की संभावना है। ऐसे में आगामी चुनाव से पहले राज्य में राजनीतिक बयानबाज़ी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर और तेज़ हो सकता है।