चुनाव आयोग (ECI) ने आज (1 अगस्त 2025) बिहार की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के बाद संशोधित मतदाता सूची का ड्राफ्ट जारी कर दिया। इस सूची में 65 लाख मतदाताओं के नाम शामिल नहीं हैं, जिनमें मृतक, स्थायी रूप से स्थानांतरित या दोहरे पंजीकरण वाले लोग शामिल हैं 17।
ऑनलाइन चेक: मतदाता ECI की वेबसाइट https://voters.eci.gov.in पर अपना नाम देख सकते हैं।
दावे-आपत्तियां: 1 सितंबर तक नाम जोड़ने, हटाने या सुधार के लिए आवेदन किया जा सकता है।
युवा मतदाता: 1 जुलाई 2025 तक 18 वर्ष पूरे कर चुके युवाओं को फॉर्म-6 जमा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक ने SIR को "वोटर लिस्ट से योग्य मतदाताओं को हटाने की साजिश" बताया है। संसद में कांग्रेस, राजद, डीएमके के सांसदों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिससे लोकसभा की कार्यवाही स्थगित हुई 18।
सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप: SC ने ECI को "बड़े पैमाने पर बहिष्कार के बजाय समावेशन" पर ध्यान देने का निर्देश दिया है 812।
दस्तावेज़ विवाद: आधार और वोटर आईडी को मान्यता न देने पर भी सवाल उठे हैं 12।
विशेष शिविर: 2 अगस्त से प्रखंड कार्यालयों में दावे-आपत्ति के लिए कैंप लगेंगे ।
दिव्यांगों की सुविधा: BLOs घर-घर जाकर आवेदन लेंगे ।
अंतिम सूची: 30 सितंबर को प्रकाशित होगी ।
ECI के अनुसार, यह प्रक्रिया मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए है। 2003 के बाद पहली बार इतना बड़ा संशोधन किया गया है 610।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले SIR प्रक्रिया राजनीतिक विवादों में घिरी है। जहां ECI इसे पारदर्शिता का कदम बता रहा है, वहीं विपक्ष इसे "लोकतंत्र विरोधी" करार दे रहा है। मतदाताओं को 1 सितंबर तक अपनी आपत्तियां दर्ज कराने का अवसर मिलेगा