भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 17 जुलाई 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक राष्ट्रीय समारोह में 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25' के विजेताओं को सम्मानित करेंगी। इस कार्यक्रम का आयोजन आवास और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा किया जाएगा, जिसमें केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल एवं राज्य मंत्री टोकन साहू भी मौजूद रहेंगे।
स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के अंतर्गत आयोजित यह स्वच्छ सर्वेक्षण, विश्व का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण बन चुका है। यह वर्ष 2024-25 का नौवां संस्करण है, जिसमें देश भर के 4,500 से अधिक शहरों ने भाग लिया। इस बार के सर्वेक्षण की थीम “Reduce, Reuse, Recycle” पर आधारित रही।
इस वर्ष कुल 78 पुरस्कार चार प्रमुख श्रेणियों में प्रदान किए जाएंगे:
सर्वेक्षण की प्रक्रिया को और अधिक व्यापक व पारदर्शी बनाने के लिए इस वर्ष 10 प्रमुख मानकों और 54 संकेतकों के आधार पर मूल्यांकन किया गया। 3,000 से अधिक प्रशिक्षित मूल्यांककों ने देश के हर वार्ड में 45 दिनों तक सर्वेक्षण किया, जिसमें 11 लाख से अधिक घरों का निरीक्षण किया गया।
इस बार पहली बार शहरों को उनकी जनसंख्या के आधार पर पाँच श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया:
प्रत्येक श्रेणी के अनुसार विशेष मानकों के आधार पर मूल्यांकन किया गया, जिससे छोटे शहरों को भी समान प्रतिस्पर्धा का अवसर मिला।
एक नई पहल के रूप में ‘सुपर स्वच्छ लीग (SSL)’ की शुरुआत की गई है, जिसमें वे शहर शामिल किए गए हैं जो पिछले तीन वर्षों में कभी भी शीर्ष तीन में रहे हैं और इस वर्ष अपने जनसंख्या वर्ग के शीर्ष 20% में बने हुए हैं। इसका उद्देश्य श्रेष्ठ शहरों को और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करना तथा अन्य शहरों को प्रतिस्पर्धा हेतु उत्साहित करना है।
जनभागीदारी के दृष्टिकोण से यह सर्वेक्षण ऐतिहासिक रहा, जिसमें 14 करोड़ नागरिकों ने सीधे सहभागिता निभाई। सहभागिता ‘स्वच्छता ऐप’, ‘मायगव पोर्टल’, सोशल मीडिया और आमने-सामने के संवादों के माध्यम से सुनिश्चित की गई।
स्वच्छ सर्वेक्षण न केवल स्वच्छता को लेकर शहरों की प्रतिस्पर्धा है, बल्कि यह एक सामाजिक आंदोलन बन चुका है जिसने नागरिकों की सोच और व्यवहार दोनों में बदलाव लाया है। यह कार्यक्रम न केवल विजेता शहरों का सम्मान करेगा, बल्कि स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने में जुटे प्रत्येक नागरिक और नगर निकाय को भी प्रेरणा देगा।