बिहार के बक्सर जिले में दो-तीन दिनों से थमी बारिश के बाद उमस अपार बढ़ी हुई है। जिन किसानों के धान की नर्सरी तैयार है वे अब बारिश का इंतजार कर रहे हैं। जिससे की धान की रोपनी को गति मिल सके। हालांकि, कुछ किसानों ने ट्यूबवेल के सहारे रोपनी का कार्य प्रारंभ भी कर दिया है। जिला कृषि कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में अभी धान की रोपनी का आच्छादन 2.48 फीसद ही हो सका है।
दो-तीन दिनों की कडी धूप के बाद बुधवार को आसमान में पूरे दिन बादल पैंतरेबाजी करते दिखे। जिससे बारिश होने की उम्मीद तो बनी हुई थी परन्तु बूंदाबांदी नहीं होने से किसान तो किसान आम अवाम भी गर्मी की बेचैनी से त्नस्त हैं। कृषि विज्ञान केंद्र के लघु तापमापी केंद्र, कुकुढ़ा से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को न्यूनतम तापमान 28.5 तथा अधिकतम 34.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। किसान बांके बिहारी मिश्र, पारस मिश्र, जोखन मिश्र आदि का कहना है कि जिन खेतों में पानी था वो भी सुख गए हैं।
यह अलग बात है की कुकुढ़ा के किसान द्वारिका सिंह व बनारसी चौधरी ने तकरीबन 20 बीघा के परिक्षेत्न में धान की रोपनी ट्यूबवेल के सहारे पूरी कर ली है। ग्रामीण सूत्नों की माने तो बल्कि बारिश के अभाव में महदह, कजरिया, नाथपुर, अतरौना, साहीपुर, गदाईपुर, भीतिहारा आदि ग्रामीण इलाकों के किसान पानी की कमी के कारण ट्यूबवेल चला रहे हैं। सरेंजा, बिझोरा, खतीबा, विश्रमपुर, पुरु षोत्तिमपुर, सिधाबांध, करमी, खरहना, बरहना, जमुआव, लोहन्दी आदि के किसानों का भी कहना है की यदि माकूल बारिश होती है तो वो भी खेतों में धान की रोपनी का कार्य शुरू कर देंगे।