PAU में कुलपतियों का सम्मेलन आयोजित किया गया, कौशल विकास के प्रयासों की हुई सराहना
09 Jun, 2025 01:31 PM
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU), लुधियाना में पंजाब की पांच प्रमुख विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का सम्मेलन आयोजित किया गया,
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Emran Khan, समाचार, [09 Jun, 2025 01:31 PM]
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पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU), लुधियाना में पंजाब की पांच प्रमुख विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य युवाओं और विभिन्न शिक्षण संस्थानों के समग्र विकास के लिए शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देना था।
इस सम्मेलन में पं. विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ की कुलपति प्रो. रेणु विग, राजीव गांधी राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, पटियाला के कुलपति प्रो. जय शंकर सिंह, गुरु रविदास आयुर्वेद विश्वविद्यालय, होशियारपुर के कुलपति डॉ. संजीव सूद और बाबा फरीद स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, फरीदकोट के कुलपति डॉ. राजीव सूद शामिल हुए। इन सभी शैक्षणिक नेताओं ने पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सतबीर सिंह गोसल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर युवाओं और कृषि समुदाय के सामने आ रही समकालीन चुनौतियों तथा उनके समाधान पर गंभीर विचार-विमर्श किया।
डॉ. गोसल ने कुलपतियों के दल को PAU के कौशल विकास केंद्र (Skill Development Centre) का दौरा कराया, जहां उन्होंने बताया कि इस केंद्र का उद्देश्य “अशिक्षित को शिक्षित करना, बेरोजगार को रोजगार देना और अनछुए को सशक्त बनाना” है। यह केंद्र युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों को कृषि, खाद्य और औद्योगिक क्षेत्रों में उद्यम शुरू करने और रोजगार प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा, “PAU ने देश को खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बनाने में अग्रणी भूमिका निभाई है और अब यह युवाओं, महिलाओं व किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अग्रसर है।”
PAU की सहयोगी निदेशक (कौशल विकास) डॉ. रूपिंदर कौर ने बताया कि आज के समय में, जब बेरोजगारी और महंगाई चरम पर हैं, कौशलयुक्त मानव संसाधन की मांग तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य प्रशिक्षणार्थियों की आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करना है। “पंजाब के अलावा अन्य राज्यों के किसान, उद्यमी और स्टार्टअप्स भी इस केंद्र से प्रशिक्षण ले रहे हैं,” उन्होंने जोड़ा। डॉ. संजीव सूद ने पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के प्रगतिशील मधुमक्खी पालक संघ के सदस्यों के साथ खुली बातचीत की और उनके व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
कुलपतियों के प्रतिनिधिमंडल ने “घरेलू स्तर पर फलों और सब्जियों के संरक्षण” विषय पर चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों से भी बातचीत की। उन्होंने युवाओं और किसानों को कृषि-आधारित उद्यमों की ओर प्रेरित करने और जीवन की चुनौतियों से निपटने के लिए सक्षम बनाने हेतु PAU के अथक प्रयासों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।यह सम्मेलन PAU की भूमिका को एक आधुनिक, नवोन्मेषी और समाजोपयोगी संस्थान के रूप में रेखांकित करता है, जो केवल कृषि तक सीमित न रहकर व्यापक सामाजिक-आर्थिक बदलाव की दिशा में कार्य कर रहा है।