पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU), लुधियाना के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चरल बायोटेक्नोलॉजी (SOAB) में रिसर्च फेलो डॉ. अभिषेक पांडे ने विश्वविद्यालय को गौरवान्वित करते हुए भारत सरकार के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) द्वारा प्रदान की जाने वाली प्रतिष्ठित "रिसर्च एसोसिएटशिप" (RA) हासिल की है।
यह एसोसिएटशिप तीन वर्षों के लिए प्रदान की गई है और डॉ. पांडे अपनी यह उन्नत शोध परियोजना एसओएबी की प्रमुख आणविक अनुवांशिकी वैज्ञानिक, डॉ. सतींदर कौर के मार्गदर्शन में पूरी करेंगे। उनका प्रोजेक्ट “गेहूं में प्रोटीन सामग्री बढ़ाकर कुपोषण से लड़ना: ट्रिटिकम डिकोकॉइड्स में नए जीन और संभावित एलील्स की खोज” पर केंद्रित है। यह शोध विश्व के प्रमुख खाद्यान्नों में से एक गेहूं की पोषण गुणवत्ता सुधारने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
SOAB बायोटेक्नोलॉजी के माध्यम से फसलों के पोषणवर्धित सुधार में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, विशेषकर उच्च प्रोटीन युक्त गेहूं किस्मों के विकास में। डॉ. पांडे का शोध कार्य अत्याधुनिक आणविक व जेनेटिक तकनीकों पर आधारित है और यह भारत की खाद्य और पोषण सुरक्षा को सुदृढ़ करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
डॉ. पांडे ने पीएयू के प्लांट ब्रीडिंग एंड जेनेटिक्स विभाग से पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की है। उनका इस राष्ट्रीय स्तर की फेलोशिप के लिए चयन न केवल उनकी व्यक्तिगत उत्कृष्टता को दर्शाता है, बल्कि पीएयू की वैज्ञानिक प्रतिभाओं को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है।
इस उपलब्धि पर पीएयू के कुलपति डॉ. सतबीर सिंह गोसल ने डॉ. पांडे को बधाई देते हुए कहा, “यह सम्मान पीएयू के शोधकर्ताओं की प्रतिबद्धता और उत्कृष्टता का प्रतीक है।”
डॉ. अजमेर सिंह धत्त, निदेशक अनुसंधान, और डॉ. मानव इंद्र सिंह गिल, डीन पोस्टग्रेजुएट स्टडीज, ने भी डॉ. पांडे को शुभकामनाएं दीं और उनके योगदान की सराहना की।
डॉ. पांडे की यह सफलता न केवल गेहूं अनुसंधान में एक नई दिशा प्रदान करती है, बल्कि यह पीएयू की वैज्ञानिक साख को भी राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक मजबूती प्रदान करती है।