×

महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के लिए 'नई चेतना- 2.0' अभियान शुरू किया जाएगा

13 Nov, 2023 10:44 AM

ग्रामीण विकास मंत्रालय ने जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ अपने राष्ट्रीय अभियान ..........

FasalKranti
Emran Khan, समाचार, [13 Nov, 2023 10:44 AM]
164

ग्रामीण विकास मंत्रालय ने जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ अपने राष्ट्रीय अभियान 'नई चेतना - 2.0' के दूसरे वर्ष के लिए अपनी योजनाओं की घोषणा की। इस संदर्भ में कल एक अंतर- मंत्रालयी बैठक हुई, जिसमें नौ संबंधित मंत्रालयों [डीएवाई-एनआरएलएम (दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन)] की भागीदारी देखी गई। बैठक की अध्यमक्षता ग्रामीण विकास मंत्रालय के अपर सचिव चरणजीत सिंह ने की। ग्रामीण आजीविका की संयुक्त सचिव स्मृति शरण ने एकत्रित प्रतिनिधियों को इस अभियान के बारे में जानकारी दी। इसका आयोजन जेंडर-आधारित हिंसा से बचे लोगों (उत्तभरजीवियों) के लिए सामूहिक रूप से निवारण तंत्र को मजबूत करने के लिए समन्वय को बढ़ावा देने के लिए किया गया।यह अभियान 25 नवंबर से शुरू किया जाना है, जो महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस है। इस अभियान का 34 भारतीय राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों में 23 दिसंबर तक आयोजन किया जाएगा। वार्षिक अभियान का नेतृत्व जन आंदोलन की भावना के साथ, 9.8 करोड़ से अधिक ग्रामीण महिला सदस्यों के डीएवाई-एनआरएलएम के स्वयं सहायता समूहों के नेटवर्क द्वारा किया जाएगा।एनएफएचएस-5 के आंकड़ों से पता चलता है कि 77 प्रतिशत से अधिक महिलाएं अभी भी हिंसा के अपने अनुभव के बारे में रिपोर्ट नहीं करती हैं, या उसके बारे में बात नहीं करती हैं।


इस तरह के निष्कर्षों और देश भर में स्वयं-सहायता समूह की महिला सदस्यों की हिंसा के अनुभवों से इस पहल को प्रेरणा मिली है। नई चेतना अभियान का उद्देश्य महिलाओं और विभिन्न जेंडरों के व्यक्तियों के अधिकारों को आगे बढ़ाना तथा उनके जीवन को भय और जेंडर-आधारित भेदभाव से मुक्तत करना है। इन अभियान गतिविधियों से स्वयं सहायता समूह के सदस्यों के बीच जेंडर- आधारित हिंसा (जीबीवी) के बारे में जागरूकता बढ़ेगी और जीबीवी रिपोर्टिंग को बढ़ावा मिलेगा। यह अभियान उन सामाजिक मानदंडों पर भी ध्या न देगा (समाधान ढूंढने की कोशिश करना), जो हिंसा के ऐसे रूपों को मंजूरी देते हैं और उन्हेंध बढ़ाने में मदद करते हैं।विभिन्न मंत्रालयों ने विचार-विमर्श के माध्यम से अपने हित साझा किए और प्रदान की जाने वाली सहायता के विशिष्ट क्षेत्रों को रेखांकित किया। एक प्रमुख गतिविधि जेंडर आधारित हिंसा से बचे हुए लोगों (उत्तरजीवियों) की सहायता में उनकी भूमिका पर सेवा प्रदाताओं को संवेदनशील बनाने से जुड़ी होगी। इससे उत्तरजीवियों के लिए अपनी बात रखने, सहायता और न्याय पाने के लिए अत्यधिक अनुकूल माहौल बनाने में काफी सहायता मिलेगी। प्रतिभागी मंत्रालयों में पंचायती राज, महिला एवं बाल विकास, गृह, कानून और न्याय, सूचना एवं प्रसारण, युवा और खेल, शिक्षा और साक्षरता, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, साथ ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भी शामिल थे।यह अभियान जीबीवी पर ध्यान देने के लिए डीएवाई-एनआरएलएम के जारी प्रोग्रामिक प्रयासों में सहयोग करेगा।



विविध लक्षित गतिविधियां, जो महिलाओं के निर्णय लेने की क्षमता बढ़ाती है, के अतिरिक्त डीएवाई-एनआरएलएम ब्लॉक स्तर पर जेंडर रिसोर्स सेंटर (जीआरसी) स्थापित कर रहा है। ये एक समुदाय प्रबंधित मंच प्रदान करेंगे जहां से जेंडर के आधार पर होने वाली असमानताओं और भेदभाव का विरोध किया जा सकता है और जहां उत्तरजीवी उन मुद्दों पर काम करने वाले अन्य विभागों और एजेंसियों की सहायता के माध्यम से निवारण प्राप्त कर सकते हैं। अब तक देश भर में 3000 से अधिक जीआरसी स्थापित किए जा चुके हैं तथा और अधिक जीआरसी स्थापित करने के लिए उपाय किए जा रहे हैं।यह अभियान जेंडर आधारित हिंसा के संबंध में समाजगत स्तर पर बदलाव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सभी पहलों को एक साथ लाने और उन्हें बढ़ावा देने का एक प्रयास है।




Tags : Latest News

Related News

पद्म पुरस्कार 2026 के लिए नामांकन 31 जुलाई 2025 तक खुले, आम नागरिक भी कर सकते हैं आवेदन

KVK रत्नागिरी (लांजा) में मृदा परीक्षण शिविर और 'अर्जुन ड्रोन' का प्रदर्शन सफलतापूर्वक संपन्न

नागपुर हिंसा: प्रदर्शनकारियों द्वारा वाहनों में आग लगाने का वीडियो वायरल, कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा

हिंदू कार्यकर्ताओं ने शिमला में ‘अवैध’ मस्जिद के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन

ITOTY 2024 : ट्रैक्टर इंडस्ट्री को “ITOTY 2024” में मिलेगा उत्कृष्टता का सम्मान

अंतर्राष्ट्रीय स्टील स्लैग रोड सम्मेलन का आयोजन भारत में किया गया

जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने थल सेना प्रमुख का पदभार संभाला

गुर्दे के कैंसर के चिकित्सा समाधान की दिशा में वैज्ञानिकों ने एक महत्वपूर्ण खोज

कोयला गैसीकरण पर दो दिवसीय कार्यशाला- "केयरिंग-2024" का आयोजन किया गया

कृषि एवं किसान मंत्रालय ने कृषि वित्तपोषण के भविष्य पर चर्चा करने के लिए बैठक की

ताज़ा ख़बरें

1

पीएम किसान उत्सव दिवस: बिहार में 74 लाख किसानों को मिलेगी 20वीं किस्त का लाभ, शिवराज सिंह चौहान रहेंगे मुख्य अतिथि

2

देशभर में प्रेम का उत्सव बना सोनू सूद का जन्मदिन

3

शाहरुख खान को ‘जवान’ के लिए मिला पहला नेशनल अवॉर्ड

4

कोटा प्रतिबंधों के साथ अमेरिका के लिए कम कृषि शुल्क संभव: विशेषज्ञ

5

भारत 2030 तक 970 मिलियन डॉलर के सब्जी बीज केंद्र में तब्दील हो सकता है

6

आईसीआरआईएसएटी और उसके सहयोगियों ने किसानों की सहनशीलता बढ़ाने के लिए एआई-संचालित जलवायु सलाहकार पहल शुरू की

7

कैबिनेट ने PM किसान संपदा योजना को 6,520 करोड़ रुपये का बजट दिया, किसानों की आय बढ़ाने पर फोकस

8

प्याज किसानों की मदद के लिए RoDTEP दर बढ़ाने और ट्रांसपोर्ट सब्सिडी की मांग, केंद्र से तत्काल हस्तक्षेप की अपील

9

बिहार में मॉनसून की मार: सब्जियों के दाम आसमान पर, किसानों की मुश्किलें बढ़ीं

10

वोटर लिस्ट पर भड़के Rahul Gandhi, कहा- हमें चुनाव आयोग रे खिलाफ बहुत बड़ा सबूत मिला, सामने आते ही...'


ताज़ा ख़बरें

1

पीएम किसान उत्सव दिवस: बिहार में 74 लाख किसानों को मिलेगी 20वीं किस्त का लाभ, शिवराज सिंह चौहान रहेंगे मुख्य अतिथि

2

देशभर में प्रेम का उत्सव बना सोनू सूद का जन्मदिन

3

शाहरुख खान को ‘जवान’ के लिए मिला पहला नेशनल अवॉर्ड

4

कोटा प्रतिबंधों के साथ अमेरिका के लिए कम कृषि शुल्क संभव: विशेषज्ञ

5

भारत 2030 तक 970 मिलियन डॉलर के सब्जी बीज केंद्र में तब्दील हो सकता है

6

आईसीआरआईएसएटी और उसके सहयोगियों ने किसानों की सहनशीलता बढ़ाने के लिए एआई-संचालित जलवायु सलाहकार पहल शुरू की

7

कैबिनेट ने PM किसान संपदा योजना को 6,520 करोड़ रुपये का बजट दिया, किसानों की आय बढ़ाने पर फोकस

8

प्याज किसानों की मदद के लिए RoDTEP दर बढ़ाने और ट्रांसपोर्ट सब्सिडी की मांग, केंद्र से तत्काल हस्तक्षेप की अपील

9

बिहार में मॉनसून की मार: सब्जियों के दाम आसमान पर, किसानों की मुश्किलें बढ़ीं

10

वोटर लिस्ट पर भड़के Rahul Gandhi, कहा- हमें चुनाव आयोग रे खिलाफ बहुत बड़ा सबूत मिला, सामने आते ही...'