×

जानिए, आखिरकार क्या है आपके व्हाट्सएप पर दिखने वाला नीला घेरा

04 Jul, 2024 05:54 PM

मेटा एआई को दो महीने पहले लॉन्च किया गया था, लेकिन यह कुछ ही देशों में उपलब्ध था। अब इसे भारत में भी उपलब्ध करा दिया गया है।

FasalKranti
Vipin Mishra, समाचार, [04 Jul, 2024 05:54 PM]
5393

व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर दिखाई देने वाला यह नया नीला घेरा क्या है? पिछले कुछ दिनों में इन प्लेटफॉर्म पर एक नीला घेरा देखा गया है, लेकिन बहुत से लोग नहीं जानते कि इसका क्या मतलब है। दरअसल, यह नीला घेरा मेटा द्वारा लॉन्च किए गए स्मार्ट असिस्टेंट मेटा एआई को दर्शाता है। इस एआई असिस्टेंट का इस्तेमाल भारत में यूजर्स मुफ्त में कर सकते हैं और यह कल से इस्तेमाल के लिए उपलब्ध है। मेटा एआई को दो महीने पहले लॉन्च किया गया था, लेकिन यह कुछ ही देशों में उपलब्ध था। अब इसे भारत में भी उपलब्ध करा दिया गया है।

मेटा एआई एक बहुत ही उन्नत एआई मॉडल है जो सवालों के जवाब दे सकता है, कंटेंट बना सकता है और भाषाओं का अनुवाद भी कर सकता है। यह ईमेल लिखने और कंटेंट बनाने जैसे कामों में भी मदद कर सकता है। यह एआई मॉडल LLaMA 3 मॉडल पर आधारित है, जो दुनिया के सबसे उन्नत भाषा मॉडल में से एक है।

मेटा एआई की सबसे अच्छी बात यह है कि इसका इस्तेमाल सीधे फेसबुक और इंस्टाग्राम फीड से किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, अगर आप फेसबुक पर कोई पोस्ट देखते हैं और उसके बारे में और जानना चाहते हैं, तो आप सीधे पोस्ट से मेटा एआई से पूछ सकते हैं। इसके अतिरिक्त, मेटा एआई में इमेजिन नामक एक सुविधा है, जो आपके द्वारा लिखे गए टेक्स्ट के आधार पर चित्र बना सकती है। इसका मतलब है कि आप अपनी पसंदीदा शैली में चित्र बना सकते हैं और उन्हें एनिमेट भी कर सकते हैं।

कुल मिलाकर, यह नीला वृत्त एक बड़ा आश्चर्य है जिसने फेसबुक और इंस्टाग्राम को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है।


Tags : WhatsApp | blue circle |

Related News

सरकार भूतापीय ऊर्जा के लिए परित्यक्त तेल कुओं का उपयोग करेगी

2024-25 सीज़न में बागवानी उत्पादन 3.7% बढ़ेगा

किसान संगठनों ने अमेरिका के लिए टैरिफ राहत योजना का फिर से शुरू किया विरोध

चीन ने भारत का विशेष उर्वरक निर्यात रोका: रिपोर्ट

इलायची के लिए आईसीएआर-आईआईएसआर का जैव कीटनाशक अब व्यावसायिक रोलआउट के लिए तैयार

विकसित भारत के लिए विकसित कृषि और समृद्ध किसान जरूरी : केंद्रीय कृषि मंत्री

ICRISAT की नई तकनीक से मिनटों में मिट्टी की जांच, सूखा प्रभावित इलाकों में खेती को मिलेगी नई ताकत

UP: आगरा में बनेगा इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर , किसानों को मिलेंगे उन्नत बीज और नई तकनीक

पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में तरनतारन और पटियाला के अग्रिप्रेन्योर्स ने लिया मार्गदर्शन

रेनफेड क्षेत्रों की मजबूती के लिए ‘एग्रोफॉरेस्ट्री’ पर कार्यशाला का आयोजन

ताज़ा ख़बरें

1

ICRISAT की नई तकनीक से मिनटों में मिट्टी की जांच, सूखा प्रभावित इलाकों में खेती को मिलेगी नई ताकत

2

UP: आगरा में बनेगा इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर , किसानों को मिलेंगे उन्नत बीज और नई तकनीक

3

फास्टैग के बहुआयामी उपयोग पर IHMCL और फिनटेक कंपनियों की साझा कार्यशाला आयोजित

4

गौतम बुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश में ₹417 करोड़ की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर को मंजूरी

5

पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में तरनतारन और पटियाला के अग्रिप्रेन्योर्स ने लिया मार्गदर्शन

6

रेनफेड क्षेत्रों की मजबूती के लिए ‘एग्रोफॉरेस्ट्री’ पर कार्यशाला का आयोजन

7

ग्रामीण महिलाओं को मिलेगा आत्मनिर्भरता का नया आयाम, ग्रामीण विकास और कौशल मंत्रालयों के बीच हुआ समझौता

8

सोयाबीन उत्पादन बढ़ाने के लिए इंदौर में केंद्रीय कृषि मंत्री की पहल, खेत भ्रमण और विशेषज्ञों से संवाद का कार्यक्रम

9

आगरा में बनेगा आलू अनुसंधान का नया केंद्र, दक्षिण एशिया के लिए स्थापित होगा क्षेत्रीय संस्थान

10

बागवानी क्षेत्र में रिकॉर्ड वृद्धि, 2024-25 में उत्पादन 3677 लाख टन के पार पहुंचा


ताज़ा ख़बरें

1

ICRISAT की नई तकनीक से मिनटों में मिट्टी की जांच, सूखा प्रभावित इलाकों में खेती को मिलेगी नई ताकत

2

UP: आगरा में बनेगा इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर , किसानों को मिलेंगे उन्नत बीज और नई तकनीक

3

फास्टैग के बहुआयामी उपयोग पर IHMCL और फिनटेक कंपनियों की साझा कार्यशाला आयोजित

4

गौतम बुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश में ₹417 करोड़ की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर को मंजूरी

5

पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में तरनतारन और पटियाला के अग्रिप्रेन्योर्स ने लिया मार्गदर्शन

6

रेनफेड क्षेत्रों की मजबूती के लिए ‘एग्रोफॉरेस्ट्री’ पर कार्यशाला का आयोजन

7

ग्रामीण महिलाओं को मिलेगा आत्मनिर्भरता का नया आयाम, ग्रामीण विकास और कौशल मंत्रालयों के बीच हुआ समझौता

8

सोयाबीन उत्पादन बढ़ाने के लिए इंदौर में केंद्रीय कृषि मंत्री की पहल, खेत भ्रमण और विशेषज्ञों से संवाद का कार्यक्रम

9

आगरा में बनेगा आलू अनुसंधान का नया केंद्र, दक्षिण एशिया के लिए स्थापित होगा क्षेत्रीय संस्थान

10

बागवानी क्षेत्र में रिकॉर्ड वृद्धि, 2024-25 में उत्पादन 3677 लाख टन के पार पहुंचा