Farmers to Benefit from 'Viksit Krishi Sankalp Abhiyan' from Home: Agriculture Minister
विकसित कृषि संकल्प अभियान से किसानों को घर बैठे मिलेगा लाभ : कृषि मंत्री
20 May, 2025 12:39 PM
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि 29 मई से पूरे देश में 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' की शुरुआत की जा रही है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य किसानों को ...........
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Emran Khan, समाचार, [20 May, 2025 12:39 PM]
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केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि 29 मई से पूरे देश में 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' की शुरुआत की जा रही है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, समृद्ध खेती और लाभकारी फसलों की जानकारी उपलब्ध कराना है। यह प्रयास भारत को ‘फूड बास्केट ऑफ द वर्ल्ड’ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "विकसित भारत" मिशन से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के निर्माण के लिए विकसित खेती और समृद्ध किसान आवश्यक हैं। कृषि आज भी भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और यह लगभग आधी आबादी को रोजगार प्रदान करती है। अभियान के अंतर्गत कृषि मंत्रालय छह बिंदुओं पर कार्य करेगा, जिनमें उत्पादन बढ़ाना, उत्पादन लागत को कम करना, किसानों को उचित दाम दिलाना, प्राकृतिक आपदाओं में होने वाली क्षति की भरपाई करना, कृषि का विविधीकरण व वैल्यू एडिशन और प्राकृतिक तथा जैविक खेती को बढ़ावा देना शामिल है। कृषि मंत्री के अनुसार, इस वर्ष भारत का खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। खरीफ चावल का उत्पादन 1206.79 लाख मीट्रिक टन, गेहूं 1154.30 लाख मीट्रिक टन, मक्का 248.11 लाख मीट्रिक टन, सोयाबीन 151.32 लाख मीट्रिक टन और मूंगफली 104.26 लाख मीट्रिक टन रहा है। वर्ष 2023-24 में कुल खाद्यान्न उत्पादन 3157.74 लाख टन था, जो अब बढ़कर 3309.18 लाख टन हो गया है। दालों और तिलहन फसलों में भी अच्छी वृद्धि दर्ज की गई है। इस अभियान की कार्ययोजना के तहत 2170 वैज्ञानिक टीमों का गठन किया गया है, जिनमें कृषि विश्वविद्यालयों, ICAR, कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), किसान उत्पादक संगठन (FPO) और केंद्र तथा राज्य सरकारों के विशेषज्ञ शामिल होंगे। ये टीमें 29 मई से 12 जून तक देशभर के 65,000 गांवों में जाकर किसानों से सीधे संवाद करेंगी। हर दिन तीन समय—सुबह, दोपहर और शाम—को किसानों के साथ बैठकें होंगी, जिनमें उन्हें उनकी मिट्टी की गुणवत्ता, सिंचाई प्रणाली, उपयुक्त फसलें, खाद की सही मात्रा और कीट नियंत्रण जैसे विषयों पर वैज्ञानिक मार्गदर्शन दिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि अब शोध केवल प्रयोगशालाओं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि किसानों की वास्तविक समस्याओं के आधार पर शोध की दिशा तय की जाएगी। उदाहरणस्वरूप, यदि किसी क्षेत्र में पोषक तत्वों की कमी या कीट प्रकोप की समस्या है, तो वैज्ञानिक उसी के समाधान पर काम करेंगे। अभियान के अंतर्गत पूरे देश के 723 जिलों में 1.30 करोड़ से अधिक किसानों से सीधा संवाद किया जाएगा। इसमें कृषि, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी और नवाचार करने वाले प्रगतिशील किसान भाग लेंगे।
यह अभियान भारतीय कृषि के लिए एक ऐतिहासिक पहल है, जो किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगा, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लैस करेगा और उन्हें लाभकारी खेती की ओर अग्रसर करेगा। इसके जरिए न केवल कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी, बल्कि किसानों की आय और जीवन स्तर में भी महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिलेगा।
Tags : Shivraj Singh Chauhan | Agriculture minister. India
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