Bihar: Now the distance from Patna to Seemanchal will be reduced, got the gift of two highway projects
बिहार: अब पटना से सीमांचल की दूरी होगी कम, मिली दो हाईवे परियोजनाओं की सौगात
14 Feb, 2025 11:06 AM
केंद्र सरकार ने राज्य की दो महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) परियोजनाओं पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे और साहेबगंज-अरेराज-बेतिया एनएच-139 डब्ल्यू के अलाइनमेंट को मंजूरी दे दी है.
FasalKranti
Fiza, समाचार, [14 Feb, 2025 11:06 AM]
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Expressway In Bihar: बिहार में यातायात सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम बढ़ाया गया है. केंद्र सरकार ने राज्य की दो महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) परियोजनाओं पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे और साहेबगंज-अरेराज-बेतिया एनएच-139 डब्ल्यू के अलाइनमेंट को मंजूरी दे दी है. इन दोनों हाईवे परियोजनाओं के निर्माण कार्य इसी वर्ष शुरू होने की उम्मीद है, जबकि इनका लक्ष्य 2028 तक पूरा करने का रखा गया है.
पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे: सीमांचल को मिलेगा तेज़ कनेक्शन पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड सिक्सलेन एक्सप्रेसवे का निर्माण ₹18,042.14 करोड़ की लागत से किया जाएगा. यह 281.95 किमी लंबा होगा और एनएच-22 के मीरनगर (वैशाली) से शुरू होकर समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा और मधेपुरा से होते हुए एनएच-27 (ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर) पर चांद भड्डी (पूर्णिया) में समाप्त होगा. परियोजना के तहत 10 मीटर चौड़ाई में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा. इस हाईवे से सीमांचल क्षेत्र से पटना की यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा. साथ ही, समस्तीपुर, सहरसा और मधेपुरा जिला मुख्यालयों को जोड़ने के लिए स्पर (अतिरिक्त संपर्क मार्ग) का भी निर्माण किया जाएगा.
तीर्थ स्थलों तक आसानी से पहुचेंगे यात्री साहेबगंज-अरेराज एनएच-139 डब्ल्यू की कुल लंबाई 38.362 किमी होगी, जिसे ₹1,446.86 करोड़ की लागत से तैयार किया जाएगा. वहीं, अरेराज-बेतिया फोरलेन सड़क की लंबाई 43.105 किमी होगी और इसकी लागत ₹1,702.73 करोड़ तय की गई है. इस हाईवे के निर्माण से गंडक नदी के पूर्वी किनारे पर स्थित बौद्ध और जैन तीर्थ स्थलों तक सुगम यात्रा सुनिश्चित होगी. कोनवा घाट से मकेर तक ग्रीनफील्ड फोरलेन अलाइनमेंट को भी मंजूरी इसके अलावा, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने गंडक के पश्चिमी तट पर कोनवा घाट से मकेर तक 18.1 किमी लंबे ग्रीनफील्ड फोरलेन हाईवे के निर्माण को भी स्वीकृति दे दी है. इस परियोजना पर ₹777.4 करोड़ खर्च होंगे, और इसके लिए 45 मीटर चौड़ाई में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा. यह हाईवे सारण जिले के विभिन्न क्षेत्रों में आवागमन को आसान बनाएगा.