केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जम्मू के सीमा क्षेत्र आर.एस. पुरा स्थित बाढ़ प्रभावित गांव बडयाल ब्राह्मण का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने खेतों में जाकर फसलों को हुए नुकसान का जायज़ा लिया और किसानों व स्थानीय लोगों से संवाद किया। चौहान ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर के साथ मजबूती से खड़ी है और हर संभव मदद करेगी।
कृषि मंत्री ने कहा कि गृह मंत्रालय, जल शक्ति विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय और कृषि मंत्रालय की टीमें पहले ही प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कर चुकी हैं और रिपोर्ट सौंपेंगी। राज्य सरकार के ज्ञापन आने के बाद राहत पैकेज को अंतिम रूप दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि आपदा के समय राजनीति नहीं, बल्कि लोगों को संकट से बाहर निकालना सरकार की पहली प्राथमिकता है।
किसानों और बाढ़ पीड़ितों के लिए बड़ी घोषणाएँ
चौहान ने कई राहत उपायों की घोषणा करते हुए कहा कि:
कृषि मंत्री ने कहा कि खेतों में बाढ़ से जमा हुई रेत को किसान अपने उपयोग या बिक्री के लिए निकाल सकें, इसके लिए खनन विभाग को नियमों में ढील देनी चाहिए। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत 75% धन केंद्र और 25% राज्य सरकार देती है। वर्तमान में जम्मू-कश्मीर सरकार के पास लगभग ₹2,499 करोड़ की राशि उपलब्ध है, जिसे राहत कार्यों में इस्तेमाल किया जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर केंद्र अतिरिक्त सहायता भी देगा।
उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ से नहरें और तटबंध क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिन्हें केंद्र की मदद से पुनर्निर्मित किया जाएगा। साथ ही, फसल बीमा योजना और अन्य प्रावधानों के तहत किसानों को नुकसान की भरपाई सुनिश्चित की जाएगी।
किसानों के दर्द को महसूस किया
श्री चौहान ने खेतों में जाकर खराब फसलों को देखा और कहा, “जब फसलें बर्बाद होती हैं तो केवल फसलें नहीं, बल्कि किसानों का भविष्य और उनके बच्चों की जिंदगी प्रभावित होती है। लेकिन किसानों को दुखी होने की ज़रूरत नहीं है, सरकार पूरी तरह से उनके साथ है।”
उन्होंने बताया कि गृह मंत्री श्री अमित शाह और रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह पहले ही प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी हालात पर लगातार नज़र रखे हुए हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि जहाँ कभी लहलहाती फसलें थीं, वहां आज 4–5 फीट रेत के ढेर लगे हुए हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार इस गहरी आपदा से उबरने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी और किसानों के खेतों में फिर से समृद्धि और खुशहाली लौटेगी।